देश के मैदानी इलाकों में जब मौसम की गर्माहट कम हो रही है तभी पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों के एलान के साथ राजनीतिक पारा तेज़ी से चढ़ने लगा है.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिज़ोरम विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की.
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव होने हैं. बाकी चार राज्यों में एक ही दिन सभी विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. पांचों राज्यों में मतगणना एक ही दिन यानी तीन दिसंबर को होगी.
कई लोग इन चुनावों को साल 2024 में होने वाले लोकसभा के आम चुनावों का सेमीफ़ाइनल बता रहे हैं. इसमें भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले एनडीए और कांग्रेस के गठबंधन इंडिया का इम्तिहान हो सकता है. हालांकि, कांग्रेस के साथी दल चुनावों में चुनौती देने का एलान कर चुके हैं.
बीजेपी के सबसे बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बीते कुछ महीनों से इन राज्यों में लगातार दौरे कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार है. मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार चला रही है. तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (पूर्व में तेलंगाना राष्ट्र समिति या टीआरएस) की सरकार है. वहीं मिज़ोरम में मिज़ो नेशनल फ्रंट की सरकार है.
नड्डा और खड़गे ने क्या कहा
पांच में से तीन राज्य (मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़) हिंदी पट्टी के हैं. यहां केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस का सीधा मुक़ाबला है. हालांकि, चुनाव मैदान में दूसरे दल भी हैं लेकिन मुख्य लड़ाई कांग्रेस और बीजेपी में मानी जा रही है. इन तीन में दो राज्यों में कांग्रेस की सरकार है और मध्य प्रदेश में बीजेपी का शासन है.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव की तारीखों के एलान का स्वागत किया है और पांचों राज्यों में जीत हासिल करने का दावा किया है.
सोशल प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर नड्डा ने लिखा, “भाजपा भारी बहुमत से सभी राज्यों में सरकार बनाएगी. ”
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दावा किया है कि चुनाव की तारीखों के एलान के साथ बीजेपी की विदाई की घोषणा हो गई है.
उन्होंने एक्स पर लिखा, “5 राज्यों के चुनावों की घोषणा के साथ भाजपा और उसके साथियों की विदाई का भी उद्घोष हो गया है.”
छत्तीसगढ़: 2018 में जीती थी कांग्रेस
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में वोट डाले जाएंगे. पहले चरण में वोटिंग सात नवंबर को होगी. दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होगा.
छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं. साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने ज़बरदस्त जीत हासिल की थी.
कांग्रेस ने 43.04 प्रतिशत वोटों के साथ 68 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी के हिस्से सिर्फ़ 15 सीटें आईं थीं. बीजेपी को 32.92 प्रतिशत वोट मिले थे. राज्य में दो सीटें बहुजन समाज पार्टी ने हासिल की थी. उसे 3.87 प्रतिशत वोट मिले थे.
छत्तीसगढ़: अब क्या हैं दावे
चुनाव की तारीखों की एलान होते ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा, “हैं तैयार हम. ”
उनके इस एलान को जीत के दावे के दौर पर देखा जा रही है.
बघेल ने कहा, “शुरू हो चुका है युद्ध माटी के अभिमान का. नहीं रूकेगा अब ये रथ छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान का. ”
वहीं, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता रमन सिंह ने राज्य में बदलाव का दावा किया है.
उन्होंने कहा, “पांच साल में विकास शून्य हो गया है. छत्तीसगढ़ की जनता के मन में इस सरकार के प्रति नाराज़गी भी है और वो इंतज़ार कर रहे थे कि कब चुनाव घोषित हो, आचार संहिता लागू हो और अधिकारी आज़ादी के साथ काम कर सकें. ”
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग, अभी बीजेपी सरकार
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा. मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटे हैं.
फिलहाल राज्य में शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है लेकिन साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने ज़्यादा सीटें हासिल की थीं और सरकार बनाई थी.
पांच साल पहले कांग्रेस को 114 सीटें मिली थीं और बीजेपी ने 109 सीटें हासिल की थीं. हालांकि मत प्रतिशत में बीजेपी थोड़ा आगे थी. बीजेपी ने 41.02 प्रतिशत और कांग्रेस ने 40.89 प्रतिशत वोट हासिल किए थे.
दो सीटें बीएसपी ने हासिल की थीं.
जीत के दावे
चुनाव की तारीखों के एलान के साथ कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों के नेता मध्य प्रदेश में जीत हासिल करने का दावा कर रहे हैं.
सीनियर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि पार्टी का कार्यकर्ता चुनाव के लिए तैयार है.
बीजेपी ने विजयवर्गीय को भी उम्मीदवार बनाया है और इसे लेकर प्रदेश की राजनीति में काफी चर्चा हो रही है.
उन्होंने दावा किया, “चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले होंगे, हम दो तिहाई बहुमत से सभी राज्यों में चुनाव जीतने वाले हैं.”
वहीं, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि कांग्रेस पार्टी बड़ी जीत हासिल करेगी.
उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी के भ्रष्टाचार और कुशासन से लोग नाराज़ हैं. कांग्रेस को इतनी सीटें मिलेंगी, जितनी पहले कभी नहीं मिलीं होंगी. ”
राजस्थान में 23 नवंबर को मतदान, अभी कांग्रेस सरकार
राजस्थान में 23 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. राजस्थान में अभी अशोक गहलोत की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार है.
राजस्थान में कुल 200 सीटें हैं. साल 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने 39.3 प्रतिशत वोटों के साथ 100 सीटें हासिल की थीं. बीजेपी को 38.77 प्रतिशत वोटों के साथ 73 सीटें मिली थीं. बीएसपी ने छह सीटें हासिल की थीं.
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न्यूज़ पथ 24×7
संवाददाता ,ऐ के चौधरी
दिल्ली, 09/10/2023
समय दोपहर: 12:48