बालासोर रेल दुर्घटना ने यह साबित कर दिया की सियासत के लिए उन नेताओं ने अपनी कोरी अफवाह से जनता को कितना बरगलाया है और झूठ बोला है
कुछ महीने पहले भारत के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी ने खुद ट्रेन के इंजन में सवार होकर कवच कुंडल की बातें वीडियो के जरिए लोगों तक पहुंचा रहे थे आज क्या हुआ कवच कुंडल का आज अगर कवच कुंडल कोरोमंडल एक्सप्रेस के इंजनों में क्यों नहीं लगाया सिर्फ प्रचार और हवा हवाई बातें से जनता की भलाई तो हुई नहीं जनता उल्टे काल के गाल में समा गए
आज बालासोर रेल दुर्घटना में स्वय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने घटनास्थल का दौरा किया हालातों का जायजा लिया हॉस्पिटल में बेबस लाचार बेड पर मरीजों से मिले कैमरे के सामने रेल मंत्री जी शनिवार के शुभ से ही दुर्घटना स्थल वाली जगह पर बैठे हुए हैं करीब करीब 48 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक यह पता नहीं चला किसकी गलती के कारण 285 आदमी की जान गई और हजारों आदमी आज जिंदगी और मौत के बीच में तरप रहे हैं कुछ दिन तक यह बात सभी न्यूज़ चैनलों पर चलेगी उसके बाद सभी बात को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा
मुझे याद है किसी भी बड़ी रेल दुर्घटना के बाद रेल मंत्री इस्तीफा की पेशकश प्रधानमंत्री जी से करते हैं लेकिन यह 9 साल की शासन में कोई भी मंत्री अपनी कुर्सी छोड़ने को तैयार ही नहीं है पता नहीं इसके पीछे क्या कारण है शायद उनको यह लगता है कुर्सी छोड़ने के बाद पुनः कुर्सी तो मिलने वाली नहीं है क्योंकि जनता सब जान चुकी है
अब समय आ चुका है 2024 में कुर्सी से चिपकने वाले नेताओं को जनता सबक जरूर सिखाएगी।।
मैं आशा करता हूं बालासोर रेल दुर्घटना में जो घायल मरीज हॉस्पिटल में है जल्द से जल्द स्वस्थ होकर अपने घर लौटे